WhatsApp, जो इस समय दुनिया का सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बन चुका है, ने हाल ही में अपनी एक बड़ी कार्रवाई की है। मेटा के स्वामित्व वाला यह ऐप, जो चैटिंग, वॉइस कॉल और वीडियो कॉल जैसी सेवाओं के लिए लोकप्रिय है, अब यूजर्स के अकाउंट्स पर कड़ी निगरानी रख रहा है। खासकर ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर अपराधों पर काबू पाने के लिए मेटा ने अपनी ताकत बढ़ा दी है। इसके तहत, मेटा ने करीब 8.4 मिलियन यानी 84 लाख अकाउंट्स को बैन कर दिया है।
Read More:Jio Tele OS Android TV को दे पाएगा कड़ी टक्कर? जानें क्या है दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम्स में खास
गतिविधियों और नियमों के उल्लंघन

Meta की ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम गलत गतिविधियों और नियमों के उल्लंघन के कारण उठाया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि 1 अगस्त से 31 अगस्त के बीच कंपनी ने भारत में 84.5 लाख यूजर्स के अकाउंट्स को बैन किया। इनमें से करीब 16.6 लाख अकाउंट्स को तत्काल प्रभाव से रिमूव किया गया, जबकि बाकी अकाउंट्स पर बाद में कार्रवाई की गई। इस बड़े कदम के पीछे मुख्य कारण धोखाधड़ी, साइबर अपराध और अन्य प्रकार की अवैध गतिविधियाँ थीं, जो उपयोगकर्ताओं द्वारा WhatsApp का गलत तरीके से उपयोग करने के कारण सामने आईं।
Read More:Jio Tele OS Android TV को दे पाएगा कड़ी टक्कर? जानें क्या है दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम्स में खास
यूजर स्पैम, बल्क मैसेजिंग
WhatsApp अकाउंट्स के बैन होने के कई कारण हो सकते हैं। यदि कोई यूजर स्पैम, बल्क मैसेजिंग, धोखाधड़ी, या अन्य अवैध गतिविधियों के लिए प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है, तो उसका अकाउंट बैन हो सकता है। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति भ्रामक जानकारियाँ फैलाता है या किसी प्रकार के गलत प्रचार में लिप्त पाया जाता है, तो भी मेटा उस अकाउंट को ब्लॉक कर सकता है। इन कार्रवाइयों का उद्देश्य न सिर्फ यूजर्स को सुरक्षित रखना है, बल्कि प्लेटफॉर्म पर सकारात्मक और भरोसेमंद माहौल भी बनाए रखना है।

यूजर्स के अकाउंट्स को किया जाएगा बैन
Meta ने साफ किया है कि, वह व्हाट्सऐप प्लेटफॉर्म के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। इसके साथ ही कंपनी ने यह भी बताया कि उसने यूजर्स के खातों को बैन करने के लिए कुछ विशेष तकनीकी तरीकों का इस्तेमाल किया है। इसमें मशीन लर्निंग और एआई तकनीकों का भी सहारा लिया गया है ताकि स्वचालित तरीके से गलत गतिविधियों का पता चल सके और उन्हें रोका जा सके।

Read More:Ind vs Ban: भारत बनाम बांग्लादेश मैच को देखें फ्री में, जानें JioHotstar के जरिए मिलेगा कैसे एक्सेस…
इसके अलावा, मेटा ने कहा है कि वह लगातार अपनी नीतियों और प्रक्रिया में सुधार करता रहेगा, ताकि अधिक से अधिक उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव मिल सके। मेटा का यह कदम यह दिखाता है कि वह अपने प्लेटफॉर्म पर धोखाधड़ी और साइबर अपराध को गंभीरता से ले रहा है और इस दिशा में सख्त कदम उठा रहा है।