Vladimir Putin India Visit: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से पहले दोनों देशों के बीच संभावित रक्षा सौदे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। खासतौर पर रूसी स्टेल्थ फाइटर जेट Su-57 को लेकर भारत के बड़े फैसले की अटकलें बढ़ गई हैं। हाल ही में दुबई एयर शो के दौरान रूस की रोसोबोरोन एक्सपोर्ट कंपनी ने फिर से प्रस्ताव दिया कि मेक इन इंडिया के तहत Su-57 का निर्माण भारत में किया जा सकता है।
Vladimir Putin: पुतिन की भारत यात्रा जल्द, इन अहम मुद्दो पर हो सकती है बातचीत
Su-57 को लेकर रूस का नया प्रस्ताव
पिछले एक साल में यह दूसरी बार है जब रूस ने भारत को Su-57 फाइटर जेट की तकनीक और उत्पादन से जुड़ा प्रस्ताव दिया है। इससे पहले एयरो इंडिया 2024 में भी रूस ने पांचवीं पीढ़ी के इस फाइटर जेट की टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की पेशकश की थी। भारत इस समय यह विचार कर रहा है कि सीमित स्क्वाड्रन खरीदे जाएं या फिर बड़े स्तर पर इसका निर्माण भारत में शुरू किया जाए।
AMCA में देरी, स्टेल्थ गैप को भरने की जरूरत

भारत का स्वदेशी स्टेल्थ विमान AMCA अभी विकास के चरण में है और 2035–36 के आसपास तैयार होने की संभावना है। इस लंबे गैप को भरने के लिए भारत को विदेशी स्टेल्थ फाइटर जेट पर निर्भर रहना पड़ सकता है। इसलिए Su-57 या अमेरिकी F-35 भारत की तत्काल जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
Putin India Visit: यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन की भारत यात्रा क्यों अहम है? जानें बड़ी वजह!
चीन-पाकिस्तान की बढ़ती ताकत से बढ़ी चिंता
चीन पहले ही दो स्टेल्थ फाइटर जेट—J-20 और J-35—तैनात कर चुका है। पाकिस्तान को भी जल्द ही चीन से J-35 मिलने की संभावना है। ऐसे में भारतीय वायुसेना के पुराने हो रहे स्क्वाड्रनों के बीच आधुनिक स्टेल्थ जेट की आवश्यकता और भी बढ़ गई है, ताकि क्षेत्र में सामरिक संतुलन बनाए रखा जा सके।
भारत के सामने दो बड़े विकल्प

रूस का Su-57 डबल इंजन वाला उन्नत स्टेल्थ जेट है, जिसे रूस ने यूक्रेन संघर्ष में इस्तेमाल किया है। वहीं अमेरिका का F-35 सिंगल इंजन वाला आधुनिक जेट है और कई देश इसका उपयोग कर रहे हैं, हालांकि हाल के महीनों में कई क्रैश के कारण यह विवादों में भी रहा है। दोनों फाइटर जेट वास्तविक युद्ध में अपनी क्षमता दिखा चुके हैं।
Donald Trump ने पुतिन को घुमाया फोन, क्या दोनो की बातचीत से यूक्रेन संकट का निकलेगा समाधान ?
संभावित बड़ा फैसला जल्द
पुतिन की भारत यात्रा से पहले बढ़ी चर्चा संकेत देती है कि भारत अपने अगले स्टेल्थ फाइटर जेट पर जल्द ही कोई बड़ा कदम उठा सकता है। यदि मेक इन इंडिया के तहत Su-57 का उत्पादन तय होता है, तो यह भारतीय रक्षा उद्योग के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि साबित हो सकता है और चीन-पाकिस्तान की बढ़ती साझेदारी का मजबूत जवाब भी।

