Vodafone Idea Share Price: अगर आप वोडाफोन आइडिया (VIL) के शेयर में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो टेलीकॉम सेक्टर की ताज़ा रिपोर्ट को समझना बेहद ज़रूरी है। कंपनी ने हाल की तिमाही में कुछ सकारात्मक संकेत ज़रूर दिए हैं—जैसे कि ARPU (प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व) में वृद्धि हुई है और EBITDA भी थोड़ा मजबूत हुआ है। हालांकि, सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि सब्सक्राइबर लगातार कंपनी से दूर हो रहे हैं और कर्ज का पहाड़ अब भी जस का तस बना हुआ है। जेएम फाइनेंशियल ने VIL पर अपनी रेटिंग ‘ADD’ (हल्की खरीद/रुककर खरीद) रखी है और टारगेट प्राइस बढ़ाकर ₹12 कर दिया है। यह स्थिति बताती है कि शेयर में जोखिम भी है और बड़े रिटर्न के मौके भी।
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Q2FY26 प्रदर्शन
आपको बता दे कि, Vodafone Idea (VIL) उन चुनिंदा शेयरों में से है, जहां हर तिमाही उम्मीद और बड़ा जोखिम दोनों मौजूद रहते हैं। जेएम फाइनेंशियल की रिपोर्ट के अनुसार, Q2FY26 प्रदर्शन में अच्छे संकेत दिखाई दिए। एक तरफ ARPU बढ़कर ₹180 (तिमाही-दर-तिमाही 1.7% की वृद्धि) तक पहुँच गया है, और EBITDA भी ₹46.9 बिलियन तक मजबूत हुआ है। लेकिन दूसरी तरफ, कंपनी को 1 मिलियन सब्सक्राइबर का नेट लॉस हुआ है। यही वह पहलू है जिस पर निवेशक सबसे ज़्यादा ध्यान देते हैं, क्योंकि टेलीकॉम बिज़नेस की असली ताकत सब्सक्राइबर ग्रोथ और नेटवर्क क्वालिटी में निहित होती है।
प्रीमियम यूज़र खींचने में फिसड्डी
VIL के लिए एक सकारात्मक कदम ARPU का बढ़कर ₹180 होना है। यह सुधार सही दिशा में है, लेकिन यह अभी भी Airtel (₹256) और Jio (₹211) के मुकाबले काफी कमजोर है। यह दिखाता है कि कंपनी अभी भी हाई-ARPU यूज़र्स (अधिक खर्च करने वाले ग्राहक) को अपनी ओर खींचने में पीछे है। निवेशकों के लिए इसका मतलब यह है कि शेयर में बड़ा री-रेटिंग तभी होगा जब VIL और अन्य दो प्रमुख खिलाड़ियों के बीच ARPU गैप कम होगा।
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लगातार सब्सक्राइबर खोना बना सबसे बड़ी चिंता
बताते चले कि, VIL के लिए सबसे बड़ा जोखिम यह है कि कंपनी ने इस तिमाही में 1 मिलियन यूज़र खोए हैं। इसके विपरीत, रिलायंस Jio ने 8.3 मिलियन और Airtel ने 1.4 मिलियन नए ग्राहक जोड़े हैं। VIL ही एकमात्र प्रमुख खिलाड़ी है जो लगातार नेट सब्सक्राइबर खो रहा है। यह गिरती सब्सक्राइबर बेस कंपनी के वैल्यूएशन को सीमित करता है और निवेशकों के लिए यह बहुत बड़ा जोखिम है। इसके अलावा, EBITDA में सुधार (1.6% QoQ वृद्धि) हुआ है, लेकिन ₹1.94 लाख करोड़ का नेट कर्ज शेयर की बड़ी तेज़ी की संभावना को सीमित करता है।
कम पूंजीगत व्यय नेटवर्क विस्तार में बाधा
कंपनी के लिए एक और बड़ी समस्या फंडिंग की कमी और धीमा 5G रोलआउट है। VIL का कैपेक्स (Capex) 24.4 बिलियन से घटकर 17.5 बिलियन रह गया है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि फंडिंग की समस्या अभी भी गंभीर है। कम कैपेक्स का सीधा मतलब है कि नेटवर्क एक्सपैंशन धीमा रहेगा, जिससे कंपनी के लिए प्रीमियम ग्राहक जोड़ना मुश्किल होगा।
हाई-रिस्क बेट और रिवाइवल की उम्मीद
जेएम फाइनेंशियल ने VIL पर ₹12 का टारगेट प्राइस दिया है। निवेशकों के लिए साफ सुझाव है: यह शेयर केवल उन लोगों के लिए है जो उच्च जोखिम लेने को तैयार हैं, जो सेक्टर रिवाइवल बेट खेलना चाहते हैं, और जिन्हें लगता है कि सरकार 3+1 प्लेयर मार्केट पॉलिसी के तहत VIL को बचाए रखेगी। तेज़ी तभी आ सकती है जब VIL बड़ा फंड जुटा ले, 5G रोलआउट में तेजी आए, और सबसे जरूरी—सब्सक्राइबर लॉस रुक जाए। यह एक हाई-रिस्क, हाई-रिवार्ड वाला मामला है।
