Vodafone Idea Share: कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea Ltd.) ने मार्च तिमाही (Q4FY25) के अंत में अपनी शेयरहोल्डिंग डाटा जारी किया है। आंकड़ों के अनुसार, वोडाफोन आइडिया में रिटेल निवेशकों की संख्या बढ़कर 59.06 लाख हो गई है। दिसंबर 2024 तिमाही में यह संख्या 58.34 लाख थी। इस तरह, कंपनी के शेयरों में लगभग 72,000 नए रिटेल निवेशकों ने तिमाही के दौरान निवेश किया। हालांकि, रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी में मामूली बदलाव देखा गया।
Read More: Tata Motors Share: टाटा मोटर्स के शेयरों में बंपर उछाल, यह गिरावट का डर खत्म कर सकेगा ?
हिस्सेदारी में मामूली बदलाव
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) में रिटेल निवेशकों की कुल हिस्सेदारी 7.32% रही, जबकि दिसंबर तिमाही में यह 7.63% थी। इसका मतलब है कि निवेशकों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन उनके द्वारा कंपनी में रखी गई हिस्सेदारी में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि जिन निवेशकों की अधिकृत शेयर पूंजी ₹2 लाख से ज्यादा है, उनकी हिस्सेदारी 10% से ऊपर रही है।
म्यूचुअल फंड्स ने दिखाया भरोसा
वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) में म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी भी बढ़ी है। 32 म्यूचुअल फंड्स ने मिलकर कंपनी में 4.5% हिस्सेदारी ली है। दिसंबर 2024 में यह संख्या 28 फंड्स की थी, जो 3.6% हिस्सेदारी के साथ कंपनी में निवेश कर रहे थे। इस वृद्धि से यह स्पष्ट है कि म्यूचुअल फंड्स भी धीरे-धीरे वोडाफोन आइडिया में अपना भरोसा दिखा रहे हैं और कंपनी के भविष्य को लेकर सकारात्मक नजरिया अपना रहे हैं।
विदेशी निवेशकों (FPI) की हिस्सेदारी में वृद्धि
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भी वोडाफोन आइडिया में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। इनकी हिस्सेदारी 9.9% से बढ़कर 10.1% हो गई है, जो निवेशकों के बढ़ते विश्वास का संकेत है। विदेशी निवेशकों का यह कदम यह दर्शाता है कि वोडाफोन आइडिया के टर्नअराउंड पर उन्हें उम्मीदें हैं, हालांकि कंपनी के सामने कई चुनौतियां भी हैं।
सरकार बनी सबसे बड़ी शेयरधारक
वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने अपने ₹36,000 करोड़ के स्पेक्ट्रम बकाया को इक्विटी में बदलने का निर्णय लिया है, जिससे सरकार की हिस्सेदारी 48.99% तक पहुंच गई है। हालांकि सरकार अब प्रमोटर नहीं होगी और वोडाफोन आइडिया सरकारी कंपनी (PSU) नहीं बनेगी, लेकिन यह कदम सरकार को प्रमुख शेयरधारक बना देगा।
स्टॉक में गिरावट जारी
वोडाफोन आइडिया का शेयर इस समय ₹7.11 पर ट्रेड कर रहा है, जो कि इसके ₹11 FPO प्राइस से 35% नीचे है। यह स्टॉक ₹10 के उस स्तर से भी नीचे ट्रेड कर रहा है, जिस पर कर्ज को इक्विटी में बदला गया था। पिछले एक साल में इसका उच्चतम स्तर ₹19.18 था, यानी वर्तमान में यह 63% नीचे गिर चुका है।
निवेशकों को कंपनी के भविष्य से उम्मीदें
कुल मिलाकर, रिटेल और म्यूचुअल फंड निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी से यह साफ है कि निवेशकों को वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के टर्नअराउंड की उम्मीद है। हालांकि, कंपनी के स्टॉक में भारी गिरावट और उसके मौजूदा फंडामेंटल चैलेंज अब भी चिंता का विषय बने हुए हैं।