Vodafone Idea Share Price: वोडाफोन आइडिया में बड़े बदलाव की आहट, सरकार की इक्विटी योजना से बदलेंगे कंपनी के हालात?

Aanchal Singh
vodafone idea share price
vodafone idea share price

Vodafone Idea Share Price: आज वोडाफोन आइडिया का शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी के साथ कारोबार कर रहा है। सुबह 10 बजे के आसपास वोडाफोन आइडिया का शेयर बीएसई पर 10% की बढ़त के साथ 7.49 रुपये पर पहुंच गया और अपर सर्किट में चला गया। इस तेजी की वजह कंपनी के खिलाफ सरकार द्वारा किए गए एक अहम कदम को माना जा रहा है। सरकार ने वोडाफोन आइडिया के 36,950 करोड़ रुपये के बकाया स्पेक्ट्रम भुगतान को इक्विटी में बदलने का निर्णय लिया है। इससे वोडाफोन आइडिया के कर्ज का बोझ कम होगा और कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।

Read More: Stock Market Holiday: ईद-उल-फित्र के दिन शेयर बाजार बंद.. जानें क्या आप आज ट्रेडिंग कर पाएंगे?

सरकार की हिस्सेदारी बढ़कर 48.99% तक पहुंची

सरकार की हिस्सेदारी बढ़कर 48.99% तक पहुंची

आपको बता दे कि, इस फैसले के बाद वोडाफोन आइडिया में सरकार की हिस्सेदारी 22.6% से बढ़कर 48.99% हो जाएगी। वहीं, कंपनी के प्राइवेट प्रमोटर्स, वोडाफोन पीएलसी और आदित्य बिड़ला ग्रुप (ABG) की हिस्सेदारी घटकर क्रमशः 16.1% और 9.4% हो जाएगी। हालांकि, इस बदलाव के बावजूद कंपनी का संचालन प्रमोटर्स के हाथों में ही रहेगा। यह कदम सरकार द्वारा वोडाफोन आइडिया को आर्थिक मदद देने के लिए उठाया गया है ताकि कंपनी की स्थिति बेहतर हो सके।

वोडाफोन आइडिया को मिली राहत

सरकार के इस कदम से वोडाफोन आइडिया को वित्तीय मदद मिलेगी और कंपनी का कैश फ्लो सुधार सकता है। 2023 के बाद यह दूसरा मौका है जब सरकार ने अपनी देनदारी को इक्विटी में बदला है। इस फैसले के बाद वोडाफोन आइडिया को सितंबर में लागू किए गए स्पेक्ट्रम भुगतान के अतिरिक्त पैसे चुकाने में राहत मिलेगी। विशेषज्ञों के अनुसार, वोडाफोन आइडिया को FY26 की दूसरी छमाही में 29,000 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम और AGR (एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) बकाया चुकाना था, लेकिन अब यह कर्ज घटकर 11,000 करोड़ रुपये रह जाएगा। इसके अलावा, FY27 से कंपनी को हर साल 43,000 करोड़ रुपये की जगह 17,000 करोड़ रुपये चुकाने होंगे।

वोडाफोन आइडिया की बैलेंस शीट मजबूत

वोडाफोन आइडिया की बैलेंस शीट मजबूत

वोडाफोन आइडिया के हालिया वित्तीय आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर में खत्म हुए क्वार्टर में कंपनी के पास 12,090 करोड़ रुपये थे। संचार मंत्रालय द्वारा किए गए फैसले के बाद, टेलीकॉम सेक्टर के लिए घोषित सुधारों के तहत बकाया स्पेक्ट्रम नीलामी की रकम को इक्विटी में बदला जाएगा, जिससे सरकार को वोडाफोन आइडिया में हिस्सेदारी मिलेगी। इस कदम से कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत होगी, लेकिन ब्रोकरेज फर्म सिटी रिसर्च का कहना है कि सरकार की हिस्सेदारी बढ़ने के बावजूद, कंपनी को नया पैसा जुटाने और 4G तथा 5G नेटवर्क के विस्तार में चुनौतियां बनी रह सकती हैं।

ब्रोकरेज फर्म की रेटिंग और शेयर का टारगेट प्राइस

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म सिटी रिसर्च ने वोडाफोन आइडिया पर ‘बाय/हाई रिस्क’ रेटिंग बरकरार रखी है। उनका कहना है कि सरकार के 48.99% हिस्सेदारी लेने से कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत होगी और शेयर का टारगेट प्राइस 12 रुपये रखा गया है, जिससे शेयर में 76% तक का उछाल देखा जा सकता है। हालांकि, कंपनी को नए निवेश जुटाने और नेटवर्क विस्तार में दिक्कतें आ सकती हैं, जो कंपनी के लिए एक दीर्घकालिक चुनौती हो सकती है।

शेयर में गिरावट, लेकिन भविष्य में संभावित उछाल

शेयर में गिरावट, लेकिन भविष्य में संभावित उछाल

वोडाफोन आइडिया के शेयर का औसत टारगेट प्राइस 8 रुपये है, जो 18% तक का उछाल दर्शाता है। हालाँकि, 22 एनालिस्ट्स ने इस शेयर को ‘सेल’ करने की सलाह दी है। तकनीकी दृष्टिकोण से देखें तो स्टॉक का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 35.7 है, जो न्यूट्रल स्थिति को दर्शाता है, जबकि MACD -0.3 है, जो नकारात्मक संकेत है। इस साल अब तक स्टॉक में 15% की गिरावट आई है और पिछले 12 महीनों में यह 48% तक गिर चुका है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 48,618 करोड़ रुपये है, जो शेयर की स्थिति को लेकर मिश्रित संकेत देता है।

Read More: Vodafone Idea Share:वोडाफोन आइडिया में सरकार की हिस्सेदारी बढ़ने का फैसला, निवेशकों के लिए बड़ी खबर

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version