Vodafone Idea Share Price: आज वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयरों में हल्की बढ़ोतरी देखी जा रही है। कंपनी के शेयरधारकों को एक बार फिर राहत का अनुभव हुआ है, क्योंकि वोडाफोन आइडिया ने सुप्रीम कोर्ट में एक नई याचिका दायर की है, जिसमें एजीआर (समायोजित सकल राजस्व) बकाए से अतिरिक्त राहत की मांग की गई है। इस याचिका के बाद, कंपनी के शेयरों में हल्की वृद्धि दर्ज की गई है।
कंपनी ने एजीआर पर राहत की मांग की

वोडाफोन आइडिया ने अपनी याचिका में एजीआर के पहले के फैसले का हवाला देते हुए 30,000 करोड़ रुपये से अधिक के बकाए की माफी की मांग की है। कंपनी ने विशेष रूप से एजीआर शुल्क के जुर्माना घटक पर जुर्माना और ब्याज की माफी की भी अपील की है। इस राहत की आवश्यकता को लेकर कंपनी का कहना है कि इस फैसले के कारण उसे भारी वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
कंपनी का तर्क: सरकार अब साझेदार बन चुकी है
कंपनी का तर्क है कि एजीआर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले में लगी हुई बाधाओं के कारण सरकार अब आगे राहत देने में सक्षम नहीं है। इसके अलावा, वोडाफोन आइडिया ने यह दावा किया है कि सरकार अब प्रभावी रूप से कंपनी में एक साझेदार बन चुकी है। इसके तहत, सरकार के पास एजीआर और स्पेक्ट्रम बकाया को इक्विटी में बदलने के बाद कंपनी में 49 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कंपनी की वित्तीय स्थिति को बदल सकता है।
दूरसंचार क्षेत्र की स्थिति पर चिंता जताई गई

वोडाफोन आइडिया ने दूरसंचार क्षेत्र की परेशानी का भी हवाला दिया है और बताया कि इस क्षेत्र को अतिरिक्त सरकारी सहायता के बिना एक गंभीर संकट का सामना करना पड़ सकता है। कंपनी का कहना है कि बिना सरकारी मदद के, यह क्षेत्र ध्वस्त हो सकता है और इसकी पूरी संरचना संकट में पड़ सकती है। इसके चलते वोडाफोन आइडिया ने इस मामले की तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया है, जो सुप्रीम कोर्ट में 19 मई को निर्धारित की गई है।
वोडाफोन आइडिया की शेयरधारिता स्थिति
वोडाफोन आइडिया ने अपने नवीनतम शेयरधारिता पैटर्न को साझा किया, जिसके अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के पास कंपनी में 6.56 फीसदी हिस्सेदारी थी। हालांकि, किसी एक निवेशक के पास 1 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी नहीं है, जिससे वे नामी निवेशकों की सूची में शामिल नहीं हो सकते। कंपनी का शेयरधारिता पैटर्न यह भी दिखाता है कि सरकार के पास वोडाफोन आइडिया में 49 फीसदी हिस्सेदारी है, क्योंकि उसने अपनी स्पेक्ट्रम देनदारियों को इक्विटी में बदल दिया है।
छोटे शेयरधारकों की स्थिति
वोडाफोन आइडिया के 59 लाख से अधिक छोटे शेयरधारक हैं, जिनकी अधिकृत शेयर पूंजी 2 लाख रुपये तक है। ये छोटे निवेशक कंपनी के संचालन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इसके भविष्य के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं। कंपनी के लिए यह जरूरी है कि वह इन छोटे निवेशकों की हितों का भी ध्यान रखे और उन्हें अपनी वित्तीय स्थिरता के लिए शामिल करे।
वोडाफोन आइडिया का सुप्रीम कोर्ट में एजीआर बकाया के लिए याचिका दायर करना कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। इसके साथ ही, कंपनी की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए सरकार से राहत की उम्मीद बनी हुई है। कंपनी की शेयरधारिता स्थिति और छोटे निवेशकों की संख्या यह दर्शाती है कि वोडाफोन आइडिया का भविष्य अभी भी महत्वपूर्ण है, और आगामी फैसले इस पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।
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