Waqf Bill Protest: लोकसभा और राज्यसभा से वक्फ संशोधन बिल के पास होने के बाद देशभर में विरोध की लहर तेज हो गई है। मुस्लिम समाज के लोग सड़कों पर उतरकर इस बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को इस बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पहली याचिका दाखिल की गई, जिसमें कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने वक्फ संशोधन बिल 2025 को चुनौती दी है।
कोलकाता, हैदराबाद और मुंबई में विरोध प्रदर्शन
बताते चले कि कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई और देश के अन्य हिस्सों में मुस्लिम संगठनों ने वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे है। कोलकाता के पार्क सर्कस क्रॉसिंग पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने सड़क पर उतरकर वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को तत्काल वापस लेने की मांग की। प्रदर्शन के कारण इलाके में यातायात प्रभावित हुआ और बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर जमा हो गए। प्रदर्शनकारियों ने इस बिल को असंवैधानिक और मुस्लिम विरोधी करार दिया।
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी वक्फ विधेयक के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि यह विधेयक देश को बांटने की एक साजिश का हिस्सा है। ममता बनर्जी ने वक्फ संशोधन बिल को अल्पसंख्यकों के खिलाफ बताया और बीजेपी को इस पर आलोचना की।
विपक्षी दलों की आपत्ति
विधानसभा में इस बिल पर चर्चा के दौरान विपक्षी दलों ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने इसे मुस्लिम विरोधी और असंवैधानिक करार दिया। वहीं, सरकार ने इस बिल को एक ऐतिहासिक सुधार बताया और कहा कि इससे अल्पसंख्यक समुदाय को फायदा होगा।
दिल्ली में पुलिस का फ्लैग मार्च
विरोध की स्थिति को देखते हुए दिल्ली के जामिया इलाके में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। कर्नाटका, अहमदाबाद और हैदराबाद में भी वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। विरोध का यह सिलसिला दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है।
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी का समर्थन
वहीं, ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने वक्फ संशोधन बिल का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के हित में है और इसका लोकसभा और राज्यसभा से पास होना एक ऐतिहासिक कदम है। हालांकि, उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल न हो और वे सड़कों पर न उतरें।
विधेयक की लोकसभा और राज्यसभा में मंजूरी
आपको बता दे कि, वक्फ संशोधन विधेयक को राज्यसभा में 128 के मुकाबले 95 मतों से पारित किया गया। इससे पहले बुधवार को इस विधेयक को लोकसभा से भी मंजूरी मिल गई थी, जिसमें 288 सदस्यों ने इसके समर्थन में और 232 ने इसके विरोध में मतदान किया। वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं इस बिल के लेकर विभिन्न विचारों को दर्शाती हैं। इस विधेयक को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट में भी मामला उठ चुका है और इस पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जानी है।