Weather Today: दक्षिण-पश्चिम मानसून इस वर्ष समय से पहले पूरे भारत में सक्रिय हो गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून सामान्य तिथि 8 जुलाई से 9 दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच चुका है। एक ओर यह समय पर बारिश किसानों के लिए खुशखबरी है, जिससे खरीफ फसलों की बुवाई को बढ़ावा मिला है, वहीं दूसरी ओर कई राज्यों में इस असमय और अत्यधिक बारिश के कारण बाढ़, भूस्खलन और जलभराव जैसी प्राकृतिक आपदाएं उत्पन्न हो गई हैं।
Read more:UP Weather : यूपी में मानसून का कहर… बहराइच-लखीमपुर समेत कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
उत्तर भारत में तबाही का मंजर
उत्तर भारत में मानसून ने दस्तक देते ही भारी तबाही मचानी शुरू कर दी है। हिमाचल प्रदेश में हालात सबसे ज्यादा चिंताजनक हैं। कुल्लू और सोलन जिलों में भारी वर्षा और भूस्खलन की घटनाओं ने जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शिमला-कालका रेलमार्ग बाधित हुआ है और कई राजमार्गों पर यातायात रुक गया है। मंडी जिले में ब्यास नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।लारजी डैम में पानी की मात्रा खतरे के निशान को पार कर चुकी है। इसकी वजह से पंडोह डैम के सभी पांचों गेट खोल दिए गए हैं। यहां से 44,000 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है। प्रशासन ने लोगों को सख्त चेतावनी दी है कि वे नदी और नालों के पास न जाएं।
Read more:UP Weather : यूपी में मानसून का कहर… बहराइच-लखीमपुर समेत कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मनाली में ब्यास नदी ने फिर बदला रास्ता
हिमाचल के पर्यटन स्थल मनाली में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं। ब्यास नदी ने एक बार फिर अपना प्रवाह बदल लिया है, जिससे निचले क्षेत्रों में जलभराव हो गया है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। नदी के पास बने होटल, कैंप और अन्य ढांचे प्रभावित हुए हैं।
Read more:Lalit Modi ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा, BCCI को 11 करोड़ रुपये का जुर्माना भरना होगा!
भारी बारिश से हालात बिगड़े
देश के अन्य राज्यों में भी मानसून की मार देखने को मिल रही है। झारखंड के जमशेदपुर और रामगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और ओडिशा के कई जिलों में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कई स्थानों पर जलभराव और बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में पानी भर जाने से फसल को नुकसान होने की आशंका है।
Read more:Lalit Modi ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा, BCCI को 11 करोड़ रुपये का जुर्माना भरना होगा!
प्रशासन ने जारी की चेतावनी
IMD और राज्य प्रशासन ने इन हालात को देखते हुए कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें तैनात कर दी गई हैं और स्थानीय प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। लोगों को यात्रा से बचने, नदी किनारे न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।