Weather Update: देशभर में मौसम का रुख तेजी से बदल रहा है। उत्तर और मध्य भारत के राज्यों में ठंड का असर लगातार बढ़ रहा है, वहीं दक्षिण भारत और द्वीपीय क्षेत्रों में तेज हवाओं, गरज-चमक और बारिश की गतिविधियां तेज हो गई हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 9 दिसंबर के लिए ताज़ा पूर्वानुमान जारी किया है, जिसके अनुसार कई राज्यों में शीतलहर, घना कोहरा, तेज हवाएं और गरज के साथ बारिश लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।
Kal Ka Mausam: बदला मौसम का मिजाज, दिल्ली समेत अन्य राज्यों का जानें हाल
अंडमान-निकोबार में खराब समुद्री मौसम

आईएमडी के अनुसार, 9 और 10 दिसंबर के बीच अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में गरज के साथ बारिश, बिजली गिरने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। समुद्र में उठने वाली तेज लहरों और हवाओं को देखते हुए मछुआरों को गहरे समुद्र में जाने से बचने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत में ठंड का असर
उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले दो दिनों के दौरान तापमान में लगभग 2 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसके बाद दो दिनों तक तापमान स्थिर रहेगा, जबकि उसके बाद फिर से 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है। मध्य भारत में अगले चार दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद तीन दिनों में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि की संभावना है। महाराष्ट्र में अगले चार दिनों तक न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट आ सकती है। गुजरात, पूर्वी भारत और पूर्वोत्तर भारत में अगले पांच दिनों तक तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होगा।
शीतलहर का अलर्ट
आईएमडी ने शीतलहर को लेकर कई राज्यों में चेतावनी जारी की है।
9 से 12 दिसंबर तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ इलाकों में शीतलहर बनी रह सकती है।
पंजाब में 10 से 12 दिसंबर के बीच शीतलहर का असर देखने को मिलेगा।
विदर्भ और तेलंगाना में 9 और 10 दिसंबर को शीतलहर चलने की संभावना है।
11 और 12 दिसंबर को हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है।
कोहरे की चेतावनी
कोहरे को लेकर भी आईएमडी ने सतर्कता जारी की है।
9 से 13 दिसंबर तक असम और मणिपुर के कुछ इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छा सकता है।
9 और 10 दिसंबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश और ओडिशा में भी घने कोहरे की स्थिति बन सकती है। इससे सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ने की संभावना है।
सक्रिय मौसम प्रणालियां

मौसम की मौजूदा प्रणाली में कई चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय हैं।
पूर्वी बांग्लादेश और आसपास 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
उत्तर पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है।
मध्य क्षोभमंडल में पश्चिमी हवाओं का ट्रफ 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर असर डाल रहा है।
दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में पूर्वी हवाओं का ट्रफ 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है।
पूर्वोत्तर भारत के ऊपर सब-ट्रॉपिकल वेस्टरली जेट स्ट्रीम 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है, जिसकी रफ्तार 115 नॉट तक पहुंच रही है।
13 दिसंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र पर एक नया और कमजोर पश्चिमी विक्षोभ असर डाल सकता है।
