Weather Update:पंजाब में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। राज्य के तीनों प्रमुख बांध – भाखड़ा, पौंग और रणजीत सागर का जलस्तर खतरे के निशान तक या उससे ऊपर पहुंच गया है। पौंग बांध का जलस्तर खतरे के निशान से 14 फीट ऊपर चला गया है, जबकि भाखड़ा बांध सिर्फ एक फीट नीचे है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भाखड़ा बांध के फ्लड गेट 10 फीट तक खोल दिए गए हैं, जिससे सतलुज नदी में जल प्रवाह अत्यधिक बढ़ गया है।
Read more:Delhi Weather: दिल्ली-एनसीआर में मानसून का कहर, IMD की चेतावनी…
सतलुज और ब्यास नदियों में उफान
लगातार पानी छोड़े जाने के कारण सतलुज और ब्यास नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। लुधियाना में सतलुज के तटबंध पांच स्थानों पर कमजोर हो चुके हैं। ससराली गांव में सेना की मदद से 200 मीटर पीछे अस्थायी रिंग बांध का निर्माण किया जा रहा है ताकि आगे और नुकसान से बचा जा सके। रूपनगर, लुधियाना और जालंधर जिले बाढ़ की गंभीर आशंका की जद में हैं।हरिके पत्तन हेडवर्क्स में दोनों नदियों का पानी इकट्ठा हो रहा है, जिससे तटबंध टूटने का खतरा बढ़ गया है। फिरोजपुर और फाजिल्का जिले पहले से ही बाढ़ से प्रभावित हैं।
Read more:UP Weather: यूपी के 50 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, IMD का ताजा अपडेट…
मौतें और नुकसान का आंकड़ा
अब तक पंजाब में 43 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1685 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। लगभग 3.84 लाख लोग प्रभावित हैं और 1.71 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। राहत कार्य में सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रत्येक बाढ़ प्रभावित गांव में एक अधिकारी की तैनाती की है जो लोगों की शिकायतों को दर्ज करेगा।
Read more:Delhi Weather: मानसून का जोर…15 साल का तोड़ा रिकॉर्ड, जानें आज के मौसम का हाल
हिमाचल में भूस्खलन और जान-माल का नुकसान
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में लगातार दूसरे दिन भी भारी भूस्खलन हुआ। अखाड़ा बाजार क्षेत्र में दो घर मलबे में दब गए। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह लोग लापता हैं, जिनमें पांच जम्मू-कश्मीर निवासी हैं। मणिमहेश यात्रा के दौरान फंसे 15 हजार श्रद्धालुओं को अब तक सुरक्षित निकाला गया है। 29 लोगों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया।
Read more:UP Weather: मानसून की रफ्तार धीमी, यूपी के इन जिलों में हल्की बारिश के आसार…
दिल्ली में यमुना का बढ़ा जलस्तर और बाढ़ का खतरा
राजधानी दिल्ली में यमुना नदी 207.48 मीटर तक पहुंच गई है, जबकि खतरे का स्तर 205.33 मीटर है। इससे जुलाई 2023 जैसी स्थिति बनने का खतरा है, जब यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर तक चला गया था। इस बार भी यमुना के आसपास के छह जिले बाढ़ की चपेट में हैं। रिंग रोड, सिविल लाइंस, यमुना बाजार, कश्मीरी गेट ISBT सहित कई स्थानों पर पानी भर गया है।100 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुई हैं, और 50 से अधिक को रद्द कर दिया गया है। राहत शिविरों में पानी भरने से लोगों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया है।
Read more:Haryana Weather: अगले दो दिन सक्रिय रहेगा मानसून, इन जिलों में भारी बारिश के आसार…
हरियाणा और यूपी-बिहार में भी खतरा
हरियाणा में हथनीकुंड बैराज के फ्लड गेट चौथे दिन भी खुले हुए हैं, जिससे यमुनानगर, पानीपत, सोनीपत, करनाल आदि जिलों में खतरा बढ़ गया है। अंबाला जिले में टांगरी और मारकंडा नदियां उफान पर हैं, जिससे अंबाला-रुड़की राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी बह रहा है और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है।
Read more:Jharkhand Weather: अगले 48 घंटे भारी बारिश, इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी…
आज इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने आज उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली और हरियाणा में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में अगले 24 घंटों में जलभराव, बिजली गिरने और बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है।
