Dhanteras 2025: क्यों मनाया जाता है धनतेरस का त्योहार? पढ़ें पौराणिक कथा

दीवाली का त्योहार धनतेरस से शुरू होता है, जो पांच दिन तक चलने वाले उत्सव की शुरुआत करता है। इस दिन शाम के प्रदोष काल में भगवान धन्वंतरि, मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है।

Nivedita Kasaudhan
Dhanteras
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Dhanteras 2025: हर साल कार्तिक माह में दिवाली का त्योहार बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है, यह पर्व पूरे पांच दिनों तक चलता है और इसकी शुरुआत धनतेरस से हो जाती है। पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है। इस साल धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर दिन शनिवार को मनाया जाएगा। ऐसे में हम आपके लिए धनतेरस की पौराणिक कथा लेकर आएं हैं, तो आइए जानते हैं।

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धनतेरस की पौराणिक कथाएँ

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धनतेरस को धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन धन के देवता कुबेर और भगवान धन्वन्तरि की पूजा का विधान है। इस पर्व को मनाने से जुड़ी दो प्रमुख पौराणिक कथाएँ हैं—

1. भगवान धन्वन्तरि का अवतरण

पौराणिक कथा के अनुसार, धनतेरस का दिन समुद्र मंथन से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को ही भगवान धन्वन्तरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर समुद्र से प्रकट हुए थे। भगवान धन्वन्तरि को औषधि और चिकित्सा का देवता माना जाता है। उनके इस प्राकट्योत्सव के रूप में ही देशभर में हर साल धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। उनकी पूजा करने से स्वास्थ्य और समृद्धि दोनों की प्राप्ति होती है।

2. भगवान विष्णु के वामन अवतार की कथा

इस पर्व को मनाने की दूसरी कथा जगत के पालनहार भगवान विष्णु के वामन अवतार से जुड़ी हुई है। इस कथा का उल्लेख भागवत पुराण में मिलता है। कथा के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर भगवान विष्णु ने वामन रूप धारण किया और दैत्यराज असुराज बलि से दान में तीनों लोक मांग लिए थे। वामन भगवान ने देवताओं को उनकी खोई हुई संपत्ति और स्वर्ग पुनः प्रदान किया था। इसी वजह से हर साल दिवाली से पहले धनतेरस का यह पावन पर्व मनाया जाता है, जो समृद्धि और पुनर्प्राप्ति का प्रतीक है।

धनतेरस पूजा में करें मंत्र जाप

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ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:

अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय

त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप

श्री धनवंतरी स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः॥

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।

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