Kangana Ranaut News: हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्र मनाली में पहुंची मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को कुछ लोगों ने काले झंडे दिखाए और ‘कंगना गोबैक’ के नारे लगाए. बताया जा रहा है कि काले झंडे दिखाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता थे.
स्थानीय लोग आक्रोशित थे
बताते चले कि, काले झंडे दिखाने वाले लोग कंगना के देर से आने पर नाराज थे. मनाली में लगभग 25 दिन पहले भारी बारिश और बाढ़ ने व्यापक नुकसान किया. मनाली हाईवे 22 दिनों के बाद खुला और पर्यटन व्यवसाय ठप हो गया। इस कारण स्थानीय लोग आक्रोशित थे.
ब्लॉगर के सवाल पर कंगना भड़की
बाहंग में एक ब्लॉगर के सवालों पर कंगना रनौत भड़क गईं. उन्होंने डिजास्टर और अपने व्यवसाय को हुए नुकसान का जिक्र किया. लेट आने के सवाल पर कंगना ने कहा कि वह प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के साथ दौरे पर थी.
व्यक्तिगत नुकसान का किया जिक्र
कंगना ने बताया कि उनका रेस्टोरेंट भी प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा, “कल केवल 50 रुपये का बिजनेस हुआ, जबकि स्टाफ की सैलरी 15 लाख रुपये बनती है। मेरा भी दर्द आप जैसा ही है।”
बाढ़ पीड़ित महिला से विवाद
वहीं, मनाली में एक महिला बाढ़ पीड़ित उनसे शिकायत करने पहुंची. कंगना ने महिला की बात बीच में काटते हुए कहा, “आप मुझसे सवाल करें, चढ़ाई न करें। आप हमें नोचने आएंगे तो हम काम कैसे करेंगे।” इसके बाद कंगना ने अपने व्यक्तिगत नुकसान की बात बताते हुए कहा कि उनका भी घर और रेस्टोरेंट प्रभावित हुआ है।
कांग्रेस ने कंगना के बयान पर किया पलटवार
कांग्रेस ने कंगना के बयान पर तीखा पलटवार किया. पार्टी ने कहा कि आपदा के समय सांसद को जनता के साथ खड़ा होना चाहिए था. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कंगना जनता की पीड़ा से कट गई हैं और बीजेपी के भीतर भी खींचतान चल रही है।
केंद्र और राज्य सरकार पर कंगना का रुख
कंगना ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार को केंद्र का आभार व्यक्त करना चाहिए. मोदी सरकार ने राज्य को हजारों करोड़ की राशि दी है। केंद्र अब राज्य सरकार के हिसाब से फंड जारी करेगा, न कि कंगना के निर्देश पर.
प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
मनाली पहुंचने के बाद कंगना ने सोलंगनाला, पलचान, बाहंग, समाहण आदि क्षेत्रों का दौरा किया. भूस्खलन और बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों से बातचीत की और बीआरओ अधिकारियों से राहत कार्यों की जानकारी ली.

