गुरदासपुर
संयुक्त किसान मोर्चा, पावर कॉम संगठन और मजदूर संगठन 8 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक पावर कॉम के सब-डिवीजन ऑफिस के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे और बिजली संशोधन बिल की कॉपियां जलाएंगे। इस संबंध में शहीद बलजीत सिंह भवन गुरदासपुर में संयुक्त किसान मोर्चा और पावर कॉम और मजदूर संगठनों के निमंत्रण पर एक बड़ी तैयारी बैठक हुई। जिसमें सभी किसान, मजदूर और बिजली कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने भाग लिया। इसकी अध्यक्षता किसान नेता गुरदीप सिंह मुस्तफाबाद और पावर कॉम संगठन नेता बलपुरियां ने संयुक्त रूप से की।
मीटिंग को संबोधित करते हुए मक्खन सिंह कोहाड़ (डेमोक्रेटिक किसान सभा), सुखदेव सिंह भागोकावां (पंजाब किसान यूनियन), तरलोक सिंह बहरामपुर (किरती किसान यूनियन), लखविंदर सिंह मंजियांवली (बीकेयू उगराहां), मंगत सिंह जीवन चक (बीकेयू डकौंदा), जगजीत सिंह अलूना (कुल हिंद किसान सभा), राज गुरविंदर सिंह लाडी (क्रांतिकारी किसान यूनियन), अजीत सिंह हुंदल, बच्चा सिंह भबोई, गुरमुख सिंह खैरा, अश्वनी कुमार लखन कलां, लेबर लीडर राज कुमार कुमार पंडोरी, ध्यान सिंह ठाकुर, बलविंदर सिंह उदीपुर, शिव कुमार, गुलजार सिंह भुंबली और बिजली कर्मचारी संगठनों के नेता मेजर सिंह बलपुरिया, सलविंदर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि बिजली संशोधन बिल 2025 सभी लोगों के लिए बहुत खतरनाक है। केंद्र सरकार अपनी बनाई कमेटियों का फायदा उठाकर जनविरोधी नीतियां अपना रही है।
केन्द्र सरकार की सभी नीतियां कॉरपोरेट सेक्टर के हक में हैं। अब उन्हें बिजली संशोधन बिल के जरिए बिजली के डिस्ट्रीब्यूशन को पूरी तरह से प्राइवेटाइज करना है। मोबाइल फोन की तरह पहले पैसे दो फिर प्रयोग करों की नीति अधीन बिजली संशोधन बिल अधीन हर मीटर में एक चिप लगाई जाएगी। सबसिडी पूरी तरह खत्म कर दी जाएगी। टयूबवैल वालों के मुफ्त बिजली की सुविधा भी खत्म कर दी जाएगी और टयूबवैलों पर भी मीटर लगाए जाएंगे। गरीबों को मिलने वाली मुफ्त बिजली सुविधा खत्म हो जाएगी।
नेताओं ने कहा कि इस बिल को रोकना बहुत जरूरी है लेकिन यह बहुत अफसोस की बात है कि पंजाब सरकार ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है और बिल का विरोध करने के लिए कुछ नहीं कहा है जबकि पंजाब सरकार ने कहा था कि वह इसका विरोध करेंगी लेकिन वह चुप बैठी हैं। अगर पंजाब सरकार इस बिल के विरोध में असेंबली का स्पेशल सेशन नहीं बुलाती है और इसके विरोध में कोई प्रस्ताव पास नहीं करती है तो मान सरकार के खिलाफ एक बड़ा मोर्चा खोला जाएगा।
फैसले के मुताबिक, इस संबंध में पावर कॉम के सभी सब-डिवीजनों गुरदासपुर, बटाला, कलानौर, डेरा बाबा नानक, फतेहगढ़ चूडिय़ां, कादियां, श्री हरबिंदपुर, बहरामपुर, दीना नगर, जोड़ा छत्तरां, काहनूवान आदि में किसान, मजदूर, बिजली कर्मचारी और अन्य जनहित संगठन दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक धरने देंगे और बिल की कॉपियां जलाएंगे। नेताओं ने सभी बिजली उपभोक्ताओं से इन धरनों और आने वाली बड़ी लड़ाई में शामिल होने की जोरदार अपील की।
इस मौके पर उक्त के अलावा रघबीर सिंह चहल, गुरमीत सिंह थानेवाल, कुलजीत सिंह सिधवां जमीता, रणजीत सिंह राणा, रजिंदर सिंह सोना और बलप्रीत सिंह घराला, बलबीर सिंह और कई अन्य नेता भी मौजूद थे। एक प्रस्ताव के जरिए चार लेबर विरोधी कोड का विरोध किया गया, कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे अलग-अलग डिपार्टमेंट के कर्मचारियों के संघर्ष का समर्थन किया गया और लेबर ऑफिस को गुरदासपुर से बटाला शिफ्ट करने का कड़ा विरोध किया गया।
