Wipro Share Price: शुक्रवार, 4 जुलाई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स -83.06 अंक यानी -0.10% गिरकर 83,156.41 पर बंद हुआ, वहीं एनएसई निफ्टी -26.70 अंक यानी -0.11% की गिरावट के साथ 25,378.60 पर बंद हुआ। हालांकि इस उतार-चढ़ाव के बीच आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो लिमिटेड के शेयरों में हल्की तेजी देखने को मिली।
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दिनभर रहा स्थिर प्रदर्शन
विप्रो का शेयर शुक्रवार को 269.15 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, जो कि पिछले क्लोजिंग प्राइस 267.05 रुपये की तुलना में 0.78% की तेजी दर्शाता है। सुबह ट्रेडिंग की शुरुआत 268.3 रुपये पर हुई और दोपहर 12:05 बजे तक शेयर ने 271.4 रुपये का दिन का उच्चतम स्तर और 267.5 रुपये का न्यूनतम स्तर छुआ।
वॉल्यूम डेटा
विप्रो का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 324.6 रुपये रहा है, जबकि न्यूनतम स्तर 228 रुपये रहा है। वर्तमान में यह स्टॉक अपने उच्च स्तर से करीब -17.08% नीचे है, लेकिन निचले स्तर से 18.05% की रिकवरी भी दिखा चुका है। पिछले 30 दिनों में औसतन 95,34,320 शेयरों का रोजाना कारोबार हुआ है।
वित्तीय स्थिति
शुक्रवार तक विप्रो का कुल मार्केट कैप 2,81,031 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। कंपनी का वर्तमान PE रेशो 21.5 है, और उस पर 19,204 करोड़ रुपये का कर्ज है।
ब्लॉक डील से बाजार में हलचल
विप्रो अचानक तब सुर्खियों में आया जब कंपनी में एक बड़ी ब्लॉक डील हुई। कंपनी के प्रमोटर अज़ीम प्रेमजी ट्रस्ट ने 20.23 करोड़ शेयर बेच दिए, जिसकी कुल वैल्यू 5,057 करोड़ रुपये रही। इस डील के बाद शॉर्ट टर्म में स्टॉक पर दबाव देखने को मिल सकता है। हालांकि, सकारात्मक संकेत यह है कि हाल ही में विप्रो ने अपने 200 EMA (Exponential Moving Average) लेवल को पार कर लिया है।
टारगेट प्राइस
JM Financial Services ने विप्रो स्टॉक पर 310 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जो मौजूदा प्राइस 269.15 रुपये के मुकाबले 15.18% का संभावित अपसाइड रिटर्न दर्शाता है। फर्म ने शेयर पर ‘BUY’ की रेटिंग दी है।
निवेशकों को मिला अच्छा रिटर्न
पिछले 1 साल में विप्रो के शेयर ने 3.37% की बढ़त दर्ज की है। 3 साल में यह बढ़त 30.52% तक पहुंची, जबकि 5 सालों में निवेशकों को 146.62% का जबरदस्त रिटर्न मिला है। हालांकि YTD (Year-to-Date) आधार पर शेयर -9.13% नीचे है।
विप्रो का प्रदर्शन भले ही हालिया उतार-चढ़ाव के बीच स्थिर रहा हो, लेकिन ब्लॉक डील जैसी बड़ी खबरें निवेशकों के निर्णय को प्रभावित कर सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि शेयर में दीर्घकालिक दृष्टिकोण से अवसर मौजूद हैं, लेकिन शॉर्ट टर्म में सतर्क रहने की जरूरत है।
Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है. इसे किसी भी तरह से निवेश सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए. शेयर बाजार में निवेश जोखिम पर आधारित होता है. शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें.

