Maharashtra Doctor Suicide: महाराष्ट्र के सतारा जिले के फाल्टण जिला अस्पताल में गुरुवार रात डॉक्टर संपदा मुंडे ने आत्महत्या कर ली। मृतका ने अपने हाथ पर लिखा सुसाइड नोट छोड़ते हुए पुलिस सब-इंस्पेक्टर गणेश बडने पर चार बार बलात्कार करने का आरोप लगाया। इसके अलावा, उन्होंने एक अन्य पुलिस कर्मी प्रशांत बांकर पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का आरोप भी लगाया।
डॉक्टर और पुलिस के बीच विवाद
जानकारी के अनुसार, डॉक्टर मुंडे और जिला पुलिस के बीच पहले से मेडिकल एक्जामिनेशन को लेकर विवाद चल रहा था। संपदा ने अपने वरिष्ठ डॉक्टरों को पहले भी शिकायत की थी कि उनके साथ अन्याय और गलत व्यवहार हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि उनकी शिकायत नहीं सुनी गई तो वे आत्महत्या कर सकती हैं।
संपदा मुंडे महाराष्ट्र के बीड़ जिले की रहने वाली थीं और फाल्टण जिला अस्पताल में डॉक्टर के रूप में कार्यरत थीं। उनके साथ काम करने वाले सहयोगियों ने बताया कि वे लंबे समय से तनाव और दबाव में थीं और पुरानी मेडिकल जांच को लेकर लगातार परेशान रहती थीं।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलने के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए PSI गणेश बडने को सस्पेंड कर दिया। सतारा के गार्जियन मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और मामले की पूर्ण जांच कराई जाएगी।
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
महाराष्ट्र महिला आयोग ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है। आयोग प्रमुख रुपाली चंद्राकर ने बताया कि जांच के लिए अलग टीमें बनाई गई हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। महिला आयोग का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं स्वास्थ्य क्षेत्र और समाज में सुरक्षा और जवाबदेही के लिए चिंता का विषय हैं।
मानसिक स्वास्थ्य और कार्यस्थल सुरक्षा
विशेषज्ञों का कहना है कि डॉक्टर संपदा मुंडे की आत्महत्या सिर्फ व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है, बल्कि यह अस्पताल प्रशासन, पुलिस व्यवहार और मानसिक स्वास्थ्य की गंभीर समस्याओं को उजागर करती है। डॉक्टरों और अस्पताल कर्मचारियों के लिए सुरक्षित और तनावमुक्त कार्यस्थल सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।संपदा मुंडे की आत्महत्या ने स्वास्थ्य क्षेत्र और समाज में गहरी चिंता पैदा कर दी है। यह घटना पुलिस, प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन में जवाबदेही और सुरक्षा की आवश्यकता को सामने लाती है। महाराष्ट्र सरकार और महिला आयोग की कार्रवाई इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी।

