Navratri 2025 6th Day: नवरात्रि की षष्ठी पर करें मां कात्यायनी की पूजा, जानें सरल विधि

Nivedita Kasaudhan
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Navratri 2025 6th Day: शारदीय नवरात्रि के छठे दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है। यह दिन श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि देवी कात्यायनी को मुक्ति, सौम्यता और शक्ति की प्रतीक माना जाता है। इनकी आराधना से रोग, दुख और कष्टों से मुक्ति मिलती है।

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जानें सही तारीख

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इस बार शारदीय नवरात्रि 10 दिनों की है, जिसके कारण षष्ठी तिथि को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। जानकारी के अनुसार, नवरात्रि की षष्ठी तिथि 28 सितंबर दिन रविवार को पड़ रही है। इसी दिन मां कात्यायनी की विधिवत पूजा की जाएगी।

देवी कात्यायनी का स्वरूप

देवी कात्यायनी को ऋषि कात्यायन की पुत्री माना जाता है, इसी कारण उन्हें “कात्यायनी” नाम मिला। इनका स्वरूप अत्यंत सौम्य लेकिन शक्तिशाली है। इनकी सवारी शेर है और इन्हें रक्तवर्ण वस्त्रों, लाल फूलों और शहद का भोग अत्यंत प्रिय है। मान्यता है कि इनकी पूजा से दुखों, मानसिक परेशानियों और रोगों से मुक्ति मिलती है।

नवरात्रि पूजन के शुभ मुहूर्त

देवी कात्यायनी की पूजा के लिए नीचे दिए गए शुभ मुहूर्त में पूजा करना फलदायी रहेगा।

सुबह 07:50 से 09:19 तक (चर मुहूर्त)

सुबह 09:19 से 10:48 तक (लाभ काल)

दोपहर 11:53 से 12:41 तक (अभिजीत मुहूर्त)

दोपहर 01:46 से 03:15 तक (अमृत काल)

देवी कात्यायनी की पूजा विधि

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

हाथ में जल, चावल और फूल लेकर व्रत एवं पूजा का संकल्प लें।

घर में किसी साफ और शांत स्थान पर लकड़ी के पटिए पर देवी कात्यायनी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।

शुद्ध घी का दीपक जलाएं और देवी को कुमकुम, फूल, लाल चूड़ियां, लाल चुनरी, अबीर-गुलाल अर्पित करें।

देवी को शहद का भोग लगाएं।

नीचे दिए गए मंत्र से देवी की आराधना करें और अंत में आरती करें।

देवी कात्यायनी मंत्र

चन्द्रहासोज्जवलकरा शार्दूलावरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्यादेवी दानवद्यातिनी।।

नवरात्रि में देवी कात्यायनी की पूजा 28 सितंबर को की जाएगी। इस दिन मां कात्यायनी का आह्वान करके श्रद्धा भाव से पूजा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, स्वास्थ्य लाभ और मानसिक शांति प्राप्त होती है। यह दिन कन्या पूजन, संतान प्राप्ति और विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए भी विशेष माना गया है। श्रद्धा और भक्ति के साथ मां कात्यायनी की पूजा करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भरें।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।

 

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