Yogini Ekadashi 2025: सनातन धर्म में एकादशी व्रत को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में दो बार पड़ता है। ऐसे साल में कुल 24 एकादशी व्रत किए जाते हैं, जो कि भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भक्त भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करते हैं और उपवास आदि भी रखते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से प्रभु की असीम कृपा बरसती है और कष्टों का निवारण हो जाता है।
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योगिनी एकादशी की तारीख

पंचांग के अनुसार अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है और इस माह पड़ने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जा रहा है। इस बार योगिनी एकादशी का व्रत 21 जून को किया जाएगा। इस दिन पूजा पाठ के अलावा कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें गलती से भी नहीं करना चाहिए। वरना भगवान विष्णु नाराज़ हो सकते हैं, तो हम आपको बता रहे हैं कि इस दिन क्या करें क्या नहीं।
एकादशी पर जरूर करें यह काम
आपको बता दें कि योगिनी एकादशी के दिन स्नान करने के बाद भगवान सूर्यदेव को जल जरूर अर्पित करें। इस दिन मंदिर की साफ सफाई करना चाहिए। इसके अलावा देसी घी का दीपक पूजाघर में जलाएं। साथ ही भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप भी करें। इस दिन तुलसी पूजा करना उत्तम माना जाता है। योगिनी एकादशी के दिन व्रत कथा का पाठ जरूर करें इस दिन आरती करने के बाद भगवान को भोग लगाएं। इसके बाद प्रसाद का वितरण करें।
भूलकर भी न करें ये गलतियां
एकादशी के दिन भूलकर भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा तामसिक चीजों को भी खाने से परहेज करें। इस दिन वाद विवाद या फिर झगड़ा करने से नकारात्मकता प्रभावित होती है। साथ ही घर में गंदगी भी नहीं रखनी चाहिए। योगिनी एकादशी के दिन भूलकर भी काले रंग के वस्त्रों को नहीं धारण करना चाहिए। मन में किसी के प्रति बुरे विचार नहीं लाने चाहिए। इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने की मनाही होती है ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज़ हो सकती हैं।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है।प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।

