Zelenskyy Statement Against India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस की बढ़ती आक्रामकता पर सख्त रुख अपनाते हुए रविवार को व्हाइट हाउस में कहा कि अब रूस पर और कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने का समय आ गया है।उन्होंने चेतावनी दी कि,संघर्ष रोकने और रूस को बातचीत की मेज पर लाने के लिए अमेरिका प्रतिबंध के दूसरे चरण में जाने को पूरी तरह तैयार है।ट्रंप ने रूस को शांति वार्ता के लिए मजबूर करने का संकल्प जताते हुए यूरोपीय सहयोगियों से समर्थन की अपील की।
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का चौंकाने वाला बयान
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा,अब तक जो प्रतिबंध लगाए गए हैं वे नाकाफी हैं अगर रूस ने अपनी आक्रामकता जारी रखी तो हम और सख्त कदम उठाएंगे ट्रंप ने कहा,हमारा मकसद रूस को शांति वार्ता के लिए मजबूर करना है ट्रंप ने यूरोपीय सहयोगियों से भी समर्थन की अपील की और कहा कि…रूस की हरकतें वैश्विक शांति को खतरे में डाल रही हैं ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब रूस ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया है।
भारत पर अमेरिकी टैरिफ को जेलेंस्की ने ठहराया सही
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने चौंकाने वाला बयान दिया है।जेलेंस्की ने अमेरिकी मीडिया से बात करते हुए कहा,अमेरिका की ओर से भारत पर लगाए गए टैरिफ बिल्कुल सही हैं।आमतौर पर देखा गया है कि,यूक्रेन के राष्ट्रपति भारत के खिलाफ किसी तरह का बयान जारी नहीं करते हैं लेकिन अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ के बाद जेलेंस्की ने साफ कहा कि,रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों के खिलाफ टैरिफ लगाना सही है।
SCO समिट में पुतिन-जिनपिंग-मोदी की बॉन्डिंग देख उड़े यूरोपीय देशों के होश
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतीन से मुलाकात कर भारत लौटे हैं।अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ के बाद भारत-अमेरिका के रिश्ते में इन दिनों तनावपूर्ण स्थिति है।पिछले दिनों जिस तरह से शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति,रुस के राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बॉन्डिंग देखने को मिली उससे यूरोपीय देशों की नींद उड़ गई है।यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बिना किसी हिचकिचाहट के कहा कि,रुस से व्यापार करने वाले देशों पर टैरिफ लगाना बिल्कुल सही है।
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