Zelensky Trump Response: रूस-यूक्रेन युद्ध एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में आ गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और आगामी चुनावों के प्रमुख दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यूक्रेन और रूस के बीच शांति समझौते के लिए एक विवादास्पद प्रस्ताव रखा, जिसमें यूक्रेन से अपनी कुछ जमीन रूस को सौंपने की बात कही गई। इस पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कड़ा रुख अपनाते हुए दो टूक कहा कि वह किसी भी स्थिति में रूस को अपनी जमीन नहीं देंगे।
ट्रंप का प्रस्ताव और जेलेंस्की की प्रतिक्रिया
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर जानकारी दी कि वे 15 अगस्त को अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात में यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने के उपायों पर चर्चा होगी। ट्रंप ने यह भी कहा कि रूस के कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्र समझौते के तहत रूस के ही पास रहेंगे, जिससे यूक्रेन को पीछे हटना होगा।
ट्रंप के इस बयान ने यूक्रेन में आक्रोश पैदा कर दिया। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने शनिवार को सार्वजनिक बयान जारी कर ट्रंप के प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा, “हम किसी भी हालत में रूस को अपनी जमीन नहीं सौंपेंगे। शांति समझौता तभी स्वीकार्य होगा जब वह यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करे।”
युद्ध और कूटनीतिक प्रयास
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है, जबकि लाखों नागरिक विस्थापित हुए हैं। अमेरिका सहित कई पश्चिमी देश यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक सहायता दे रहे हैं। वहीं, शांति की कोशिशें भी कई मंचों पर जारी हैं, लेकिन जमीन के मुद्दे पर दोनों पक्षों में कोई सहमति नहीं बन पाई है।
सूत्रों के अनुसार, यूक्रेन ने अमेरिका को एक प्रस्तावित शांति समझौते की सूची सौंपी है, जिसे रूस को भी भेजा गया है। हालांकि, रूस की ओर से इस पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। क्रेमलिन ने केवल इतना स्पष्ट किया है कि वे “कब्जा की गई जमीनें” छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।
आगे क्या?
15 अगस्त को होने वाली ट्रंप-पुतिन मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप किस तरह इस जटिल युद्ध को समाप्त करने की दिशा में कोई ठोस पहल कर पाते हैं या नहीं। फिलहाल यूक्रेन के राष्ट्रपति का स्पष्ट संदेश है – देश की एक इंच जमीन भी सौंपना नामुमकिन है।
