Harbhajan Singh: पूर्व आईपीएल चेयरमैन ललित मोदी ने हाल ही में एक पुराने विवाद को फिर से हवा दे दी जब उन्होंने IPL 2008 के दौरान हुए हरभजन सिंह और एस. श्रीसंत के थप्पड़ विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया। यह वीडियो ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के पॉडकास्ट ‘बियॉन्ड 23’ में पहली बार सामने आया, जहां मोदी अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस वीडियो में हरभजन को श्रीसंत को थप्पड़ मारते हुए स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
टीवी पर नहीं दिखाया गया था असली फुटेज
2008 में जब यह घटना घटी थी, तब टेलीविजन पर इस घटना का असली वीडियो नहीं दिखाया गया था। केवल श्रीसंत को मैदान पर रोते हुए दिखाया गया था, जिनको इरफान पठान और महेला जयवर्धने जैसे खिलाड़ियों ने सांत्वना दी थी। अब ललित मोदी द्वारा जारी वीडियो में साफ दिखता है कि मैच के बाद जब दोनों टीमें हाथ मिला रही थीं, तभी हरभजन ने श्रीसंत को बैकहैंड से थप्पड़ मारा।
हरभजन ने वीडियो लीक को बताया गलत
गणेश चतुर्थी के मौके पर जब मीडिया ने हरभजन सिंह से इस वीडियो के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इतने वर्षों बाद इस वीडियो का लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण है। ‘इंस्टेंट बॉलीवुड’ से बातचीत में हरभजन ने कहा, “जिस तरह यह वीडियो सामने आया है, वह गलत है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। लोग इस घटना को भूल चुके थे, लेकिन अब एक बार फिर से उसे सामने लाया जा रहा है।”
ललित मोदी की मंशा पर उठाए सवाल
हरभजन ने बिना ललित मोदी का नाम लिए उनकी मंशा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस वीडियो को लीक करने के पीछे कोई निजी स्वार्थ या उद्देश्य हो सकता है। “18 साल पुरानी बात को अब फिर से क्यों याद दिलाया जा रहा है?” उन्होंने पूछा। हरभजन का मानना है कि इस तरह पुराने जख्मों को कुरेदना न तो खेल भावना के अनुकूल है, न ही समाज के लिए सकारात्मक।
हरभजन ने अतीत को पीछे छोड़ने की दी सलाह
हरभजन सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस तरह की घटनाओं को भूल जाना ही बेहतर होता है, क्योंकि इससे खिलाड़ी और खेल दोनों की गरिमा बनी रहती है। उन्होंने ललित मोदी द्वारा पुराने वीडियो को फिर से सामने लाने को अनुचित और स्वार्थपूर्ण कदम बताया। इस प्रतिक्रिया से यह साफ है कि हरभजन इस मुद्दे को फिर से उठाए जाने से आहत हैं और चाहते हैं कि अब इस विवाद को यहीं विराम दिया जाए।
