भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams और उनके साथी Butch Wilmore ने अंतरिक्ष में Spacewalk का एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। यह ऐतिहासिक घटना 23 जुलाई 2007 को हुई, जब दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने नासा के अंतरिक्ष यान ‘इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन’ (ISS) से बाहर निकलकर एक घंटे 29 मिनट तक अंतरिक्ष में काम किया। इस मिशन ने उनके नाम एक महत्वपूर्ण रिकॉर्ड दर्ज किया, जो आज भी अंतरिक्ष विज्ञान में एक मील का पत्थर माना जाता है।
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इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन
Sunita Williams और Butch Wilmore का यह Spacewalk अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा किए गए सबसे लंबे स्पेसवॉक में से एक था। इस दौरान दोनों ने विभिन्न कार्यों को अंजाम दिया, जैसे कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के बाहरी हिस्से की मरम्मत, नए उपकरणों का परीक्षण, और अन्य आवश्यक कार्य। इस स्पेसवॉक ने अंतरिक्ष में इंसान की ताकत और क्षमता को दर्शाया, साथ ही नासा के स्पेस मिशन की सफलता को भी सुनिश्चित किया।
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‘स्पेस शटल मिशन’

स्पेसवॉक का यह रिकॉर्ड विशेष रूप से महत्वपूर्ण था क्योंकि Sunita Williams का यह पहला स्पेसवॉक था और वह अंतरिक्ष में कदम रखने वाली दूसरी महिला बन गईं। उन्होंने इस दौरान अपनी बहादुरी और पेशेवर कौशल का प्रदर्शन किया, और अपनी टीम के साथ मिलकर अंतरिक्ष के रहस्यों को समझने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
Sunita Williams की सफलता ने न केवल अमेरिका बल्कि भारत समेत पूरे विश्व में महिलाओं को प्रेरित किया, खासकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में। यह स्पेसवॉक नासा के ‘स्पेस शटल मिशन’ का हिस्सा था, जिसमें सुनीता और उनके साथी अंतरिक्ष यान के माध्यम से अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचे थे। इस मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष स्टेशन को अपग्रेड करना और वहां नए उपकरणों को स्थापित करना था, ताकि अंतरिक्ष के शोध कार्यों को और भी बेहतर तरीके से किया जा सके।

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Spacewalk सिर्फ मिशन नहीं, है एक व्यक्तिगत उपलब्धि
Sunita Williams के लिए यह Spacewalk सिर्फ एक मिशन नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत उपलब्धि भी थी। उनका सपना बचपन से ही अंतरिक्ष यात्रा करने का था, और इस रिकॉर्ड को हासिल करने के बाद उन्होंने अपने सपने को साकार किया। इसके अलावा, यह घटना अंतरिक्ष यात्रा में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित हुई। सुनीता के बाद, कई अन्य महिलाएं भी अंतरिक्ष में कदम रखने के लिए प्रेरित हुईं और उनकी तरह उन्होंने भी अपने सपनों को पूरा किया।